रणथम्भौर के चौहान (1282 – 1301

                 



                             1. हम्मीर देव चौहान
(i) दिल्ली सल्नत = गुलाम वंश  1206 से 1290 ई.
(ii) खिलजी वंश  = 1290 से 1316 ई. तक ( 1290 से 1296 जलाऊद्दीन खिलजी) ( 1296 से 1316 तक A.K.)
Ø हम्मीर देव चौहान के नाम  :- हठी हम्मीर
Ø पिता का नाम  :- जेत्रसिंह 32 वर्षो तक शासन किया
Ø 32 खम्भों की छतरी का निर्माण हम्मीर देव ने करवाया
Ø कोत्रिय यज्ञों का आयोजन करवाया
Ø 1291 में J.K ( जलाऊद्दीन खिलजी) आक्रमण करता है वह प्रसिद्द झाई दुर्ग पर आक्रमण करता है परन्तु असफल होता है।
Ø झाई दुर्ग  = रणथम्भौर दुर्ग की कुंजी
Ø 1291 में झाईन का युद्ध जिसमे हम्मीर देव की जीत होई ।
Ø पराजय = जलाऊद्दीन खिलजी की 
§  इस हार के बाद J.K. का कथन = मै रणथम्भौर दुर्ग को अपने सेना के बाल के समान भी नहीं मानता।


      हिन्दुवात घाटी का युद्ध
Ø 1299 ई. A.K. ( अलाउद्दीन खिलजी) द्वारा दो सेनापति उलुंग खां व नुसरत खां के नेतृत्व में हम्मीर देव पर आक्रमण किया।
Ø हम्मीर देव चौहान ने अपने दो सेनापति भीमसिंह व धर्मसिंह को युद्ध के लिए भेजा ।
Ø इस युद्ध में अलाउद्दीन खिलजी का सेनापति नुसरत खां मारा गया।
Ø अलाउद्दीन से युद्ध करते हुए हम्मीर देव का सेनापति भीमसिंह वीरगति को प्राप्त हुआ।
Ø यह युद्ध हिन्दूवाट घाटी का युद्ध से प्रसिद्द हुआ।
Ø इस युद्ध में हम्मीर देव चौहान की विजय होई।

          1301 ई. रणथम्भौर का प्रथम साका

Ø साका का अर्थ :-  राजपूत शासक केसरिया धारण करते हुए युद्ध में वीरगति को प्राप्त होता था व उनकी रानियाँ जौहर करती थी इसे साका कहते है।

Ø जौहर  + केसरिया  = साका

Ø रणथम्भौर ( हम्मीर देव चौहान )
Ø पत्नि = रंगा देवी
Ø सेनापति = रणमल व रतीमल
Ø हम्मीर देव चौहान ने केसरिया धारण किया गया।
Ø रंगा देवी द्वारा जौहर किया गया।
Ø राजस्थान का प्रथम साका 1301 ई. रणथम्भौर में
Ø 1301 ई. में प्रथम जल जौहर = हम्मीर देव की पुत्री पद्ममतालाब में कूद कर जौहर किया।


       जानकारी के स्त्रोत
Ø नयचंद्र सूरी  = हम्मीर महाकाव्य
Ø जयचंद सूरी  = हम्मीर मद मर्दन ( हम्मीर सिसोदिया)
Ø चन्द्रशेखर  = हम्मीर हठ
Ø  जोधराज व सांरगधर   = हम्मीर रासौ

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